How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good shri shiv chalisa lyrics
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शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है.
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
हरं सर्पहारं चिता भूविहारं भवं वेदसारं सदा निर्विकारम् ।
और website मनोरथ जो कोई लावै। सोई अमित जीवन फल पावै।।
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेश्वर भए सब जग जाना।।
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥